Aaye Hayate Noushah E Bat’Ha Liye Hue Naat Lyrics in Hindi
आए हायते नौशाह-ए-बत्ता लिए हुए
आलम के रंजो ग़म का मदवा लिए हुए
आँखें हैं उनका हुस्ने सरापा लिए हुए
दिल है खयाल-ए-गुंबद-ए-खज़रा लिए हुए
नाज़ा है कोई दौलत-ए-दुनिया लिए हुए
और हम हैं रहमतों का सहारा लिए हुए
दरुश्शिफा है वह दार-ए-मुख्तार-ए-कायेनात
आते हैं अपना दर्द मसीहा लिए हुए
गमग़मी है बे-वसीला हमें खौफ-ओ-हुज़न क्या
हम तो हैं औलिया का वसीला लिए हुए
आएंगे मेरे बाद शहंशाहे दो जहाँ
मुज़्दा ये आए हज़रते ईसा लिए हुए
ऐ काश होते उम्मते खैरुलवरा में हम
कितने नबी गए ये तमन्ना लिए हुए
सिद्दीके सूए तायबा चले फख्रो नाज़ से
कांधे पे अपने काबे का काबा लिए हुए
बहरे आलम में जब भी पुकारा कि या नबी
आए वही हुजूर सफीना लिए हुए
क्योंकर न जुग मगा-ए-हमारी लाहद की खाक
आते हैं वह जब नूर की दुनिया लिए हुए
सब जाने वाले आह मदीने चले गए
हम रह गए हुजूर इरादा लिए हुए
बस तक रहे हैं आप की जानिब शाहे उमम
हम अपनी हसरतों की जनाज़ा लिए हुए
हर शोब-ए-हयात की कौसर सुकून मिला
आए हुज़ूर ऐसा तरीका लिए हुए।