khwaja e khwaajgaan qibla e chishtiyaan Lyrics
khwaja e khwaajgaan qibla e chishtiyaan Lyrics

Khwaja E Khwaajgaan Qibla E Chishtiyaan Lyrics | ख्वाजा-ए-ख्वाजगान, किबला-ए-चिश्तियां

Khwaja E Khwaajgaan Qibla E Chishtiyaan Lyrics

 

Khwaja E Khwaajgaan Qibla E Chishtiyaan
Khwaja E Khwaajgaan Moinuddin
Fakhr E Kono Makaan Moinuddin
Murshid E Rahmuna E Ehl E Safa
Hadi E Inso Jaan Moinuddin

Khwaja Ji Maharaja Ji Tum Bado Ghareeb Nawaaj
Apna Kar Ke Raakhiyo Tohe Baanh Pakre Ki Laaj

Shaala Khair Howe Apni Bazm Andar
Chaake Chehre To Zulf E Daraaz Aaja
Tere Naam Thin Zinda E Dil Mera
Tera Zikr E Meri Nawaaz Aaja
Kathe Hoye Ne Ajj Ghareeb Tere
Hun Te Khwaja Ghareeb Nawaaz Aaja

Khwaja E Khwaajgaan Qibla E Chishtiyaan
Tera Saare Zamaane Te Raaj
Khwaja Hindal Wali Maharaj

Tu E Rabb Da Wali Tu E Ibn E Ali
Tere Sir Te Walaayat Da Taaj
Khwaja Hindal Wali Maharaj

Teri Mohtaaj Khalkat E Saari
Shahenshah Tere Dar De Bhikhaari
Sunn Meri Iltaja Main Haan Tera Gada
Mere Bigde Bana De Tu Kaaj
Khwaja Hindal Wali Maharaj

Khwaja Usman Piya Da Tun Laal E
Saare Dukhiyan Da Tainu Khayaal E
Aaya Dar Main Tere Aye Maseeha Mere
Mere Dukhan Da Karde Ilaaj
Khwaja Hindal Wali Maharaj

Kithe Jaayiye Tera Chchadd Dawaara
Tu E Tutteyan Dilan Da Sahaara
Karde Nazar E Karam Rakh Lai Sadda Bharam
Tere Hath Vich Ghareeban Di Laaj
Khwaja Hindal Wali Maharaj

Moinuddin Hassan Aalam Panahe
Basoo E Maa Ghareeban Yak Nigaahe

E Mahaaraj Sooratiya Waale
Mori Baat Banat Tora Kya Jaawat

Aye Shahenshah Walayat Khwaja E Hindal Wali
Yak Nigahe Gahe Gahe Ast Faile Panjtan

Bin Tere Dukh Sunaawan Main Kehnu
Dard Dil De Dikhaawan Main Kehnu
Kaun Dardi Mera Khwaja Tere Siwa
Kehnu Maaran Madad Layi Main Awaaj
Khwaja Hindal Wali Maharaj

Wallah Mere Khwaja Ka Darbar Nirala hai Manqabat Lyrics

Adab Se Arz Hai Ba Chashm-e-Tar Gharib Nawaz Lyrics

Sab ke Hajat Rawa Garib Nawaz Naat Lyrics

 

ख्वाजा-ए-ख्वाजगान, किबला-ए-चिश्तियां

ख्वाजा-ए-ख्वाजगान, मोइनुद्दीन
फख्र-ए-कोनो-मकान, मोइनुद्दीन
मुर्शिद-ए-रहमूना, एहल-ए-सफा
हादी-ए-इंसो-जान, मोइनुद्दीन

ख्वाजा जी, महाराजा जी, तुम बड़ो ग़रीब नवाज
अपना करके राखियो तोहे बाँह पकड़े की लाज

शाला खैर होवे, अपनी बज़्म अंदर
चाके चेहरे तो ज़ुल्फ़-ए-दाराज़ आजा
तेरे नाम थीं जिन्दा-ए-दिल मेरा
तेरा जिक्र-ए-मेरी नवाज आजा
कठे होए ने आज ग़रीब तेरे
हुन ते ख्वाजा ग़रीब नवाज आजा

ख्वाजा-ए-ख्वाजगान, किबला-ए-चिश्तियां
तेरा सारे ज़माने ते राज
ख्वाजा हिंदल वाली, महाराज

तू ए रब्ब दा वाली, तू ए इब्न-ए-अली
तेरे सिर ते वलायत दा ताज
ख्वाजा हिंदल वाली, महाराज

तेरी मोहताज, खालकत-ए-सारी
शाहेंशाह तेरे दर दे भिखारी
सुन मेरी इल्तिजा, मैं हाँ तेरा ग़ुड़ा
मेरे बिगड़े बना दे तू काज
ख्वाजा हिंदल वाली, महाराज

ख्वाजा उस्मान पिया दा तू लाल-ए
सारे दुखियाँ दा तैनु ख़ायाल-ए
आया दर में तेरे ए मसीहा मेरे
मेरे दुखान दा करदे इलाज
ख्वाजा हिंदल वाली, महाराज

किथे जाईए तेरा छड्ड दवारा
तू ए तुत्तियाँ दिलां दा सहारा
करदे नजर-ए-करम, रख लई सड्डा भरम
तेरे हथ विच ग़रीबां दी लाज
ख्वाजा हिंदल वाली, महाराज

मोइनुद्दीन हसन, आलम-पनाहे
बसु ए मा ग़रीबां यक निगाहे

ए महाराज, सूरतिया वाले
मोरी बात बनत तोरा क्या जावत

ऐ शाहेंशाह वलायत, ख्वाजा-ए-हिंदल वाली
यक निगाहे ग़हे ग़हे अस्त फ़ैले पंजतान

बिन तेरे दुख सुनावां, मैं कहनु
दर्द दिल दे दिखावां, मैं कहनु
कौन दर्दी मेरा, ख्वाजा तेरे सिवा
कहनु मारां मदद लई मैं आवाज
ख्वाजा हिंदल वाली, महाराज

 

 

 

Manqabat Khwaja Garib Nawaz

DAYAAR E HIND ME RAB KI ATA GHARIB NAWAZ NAAT LYRICS

 

خواجہِ خواجگان، قبلۂ چشتیان

 

خواجہِ خواجگان، قبلۂ چشتیان
خواجہِ خواجگان، معین الدین
فخرِ کونوِ مکاں، معین الدین
مرشدِ رحمونا، اہلِ صفا
ہادیِ انسو جاں، معین الدین

خواجہ جی، مہاراجہ جی، تم بڑوں غریب نواز
اپنا کرکے راکھیو توہے بانہ پکڑے کی لاج

شالا خیر ہووے، اپنی بزم اندر
چاکے چہرے تو زلفِ دراز آجا
تیرے نام تھیں زندہِ دل میرا
تیرا ذکرِ میری نواز آجا
کٹھے ہوئے نے آج غریب تیرے
ہن تے خواجہ غریب نواز آجا

خواجہِ خواجگان، قبلۂ چشتیان
تیرا سارے زمانے تے راج
خواجہ ہندل والی، مہاراج

تو اے ربّ دا والی، تو اے ابنِ علی
تیرے سر تے ولایت دا تاج
خواجہ ہندل والی، مہاراج

تیری محتاج، خلقتِ ساری
شاہنشاہ تیرے در دے بھکاری
سن میری التجا، میں ہان تیرا غدا
میرے بگڑے بنا دے تو کاج
خواجہ ہندل والی، مہاراج

خواجہ اُسمان پیا دا تو لالِ
سارے دکھیاں دا تینو خیالِ
آیا در میں تیرے، اے مسیحا میرے
میرے دکھاں دا کردے علاج
خواجہ ہندل والی، مہاراج

کہہ گئی موئین الدین حسن، آلم پناہی
بسو اے ما غریباں یک نگاہی

اے مہاراج، سورتیہ والے
موری بات بنت تورا کیا جاوت

اے شاہنشاہِ ولایت، خواجہِ ہندل والی
یک نگاہی گہے گہے اسٹ فیلے پنجتان

بن تیرے دکھ سناواں، میں کہنوں
درد دل دے دکھاواں، میں کہنوں
کون دردی میرا، خواجہ تیرے سوا
کہنوں ماراں مدد لئی میں آواز
خواجہ ہندل والی، مہاراج

 

 

Tera Dayar Hai Daar Us Salaam Ya Khwaja Lyrics

 

शजरा-ए-आलिया-चिश्तिया-नियाज़िया

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज सय्यदुल कौनैन खतमुन नबियेन रसूल ए करीम हजरत मुहम्मद मुस्तफा (स.अ.व.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत इमाम अली इब्न अबी तालिब (KWK)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा हसन बसरी (रजि. ए)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा अब्दुल वाहिद इब्न ए ज़ैद (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा अबुल फ़ैज़ उर्फ ​​फ़ुज़ैल इब्न ए अयाज़ (रज़ि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा सुल्तान इब्राहीम इब्न ए अधम बल्खी (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा सदीदुद्दीन हुजैफा मराशी (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा अमीनुद्दीन हुबैराह बसरी (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मुमशाद उलूवे दिनवारी (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा इशाक शामी चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा अबू अहमद चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा अबू मुहम्मद अब्दाल चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा नसीरुद्दीन अबू यूसुफ चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा कुतुबुद्दीन मौदूद चिश्ती (रजि. ए)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा हाजी शरीफ जिंदानी चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा उस्मान हारूनी चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन अजमेरी, चिश्ती (Rz.A)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी इव(d)आशी चिश्ती (Rz.A)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा फरीदुद्दीन मसूद गुंज शकर अजोधनी चिश्ती (Rz.A)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा निज़ामुद्दीन मुहम्मद बुखारी बदायूँनी चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा मखदूम नसीरुद्दीन महमूद चिराग़ देहलवी अवधी चिश्ती (र.अ.)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा मौलाना कमालुद्दीन अल्लामा चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मौलाना सिराज-उल-हक वद्दीन (वही उद्दीन)चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मौलाना इल्मुद्दीन चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मौलाना शेख महमूद चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मौलाना शेख जमालुद्दीन चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा मौलाना शेख मुहम्मद हसन चिश्ती ( Rz.A)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा मौलाना शेख मुहम्मद चिश्ती (Rz.A)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत ख्वाजा मौलाना मोहिउद्दीन यूसुफ याह्या मदनी चिश्ती (Rz.A)

इलाही बहुर्मते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत मौलाना शाह कलीमुल्लाह जहानाबादी (देहलवी) चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुरमते राज़-ओ-नियाज़ हज़रत मौलाना शाह निज़ामुद्दीन औरंगाबादी चिश्ती (र.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत ख्वाजा सैयद फखरुद्दीन मुहम्मद देहलवी चिश्ती (रजि.अ.)

इलाही बहुर्मते राज-ओ-नियाज हजरत शाह नियाज अहमद कादरी, चिश्ती (रजि.अ.)

 

 

Ghareeb Parwar o Banda Nawaz ki Chaadar lyrics

Faqeer e Dar Ki Suno Iltija Ghareeb Nawaz Lyrics

 

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🌌माहे रमजान शबे कद्र पोस्ट – 16

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🌌इन बातों का ख़याल रहे

▶आप किसी भी मुबारक रातों या दूसरी रातों में इबादत करना चाहें तो इन बातों का ख़याल ज़रूर रहे ताकि इबादत मक़बूल हो और उस पर अज्रो सवाब ज़्यादा हो
( 1 ) रिज्के हलाल
( 2 ) तौबह पर क़ायम रहें
( 3 ) अज़ाबे इलाही का ख़ौफ़
( 4 ) अल्लाह तआला के सवाब के वअदों के हुसूल का ज़ौक़ व शौक़
( 5 ) मुशतबह रोज़ी से परहेज़
( 6 ) गुनाहों से बचना
( 7 ) मौत की याद और आख़िरत की फ़िक्र
( 8 ) दुनियावी फ़िक्र व ग़म से आज़ादी
( 9 ) मौत को कसरत से याद करना
( 10 ) आख़िरत को फ़रामोश न करना
( 11 ) दुनिया दारों की महब्बत से दिल का ख़ाली होना
📚गुनयतुत तालेबीन , उर्दू स . 486 )

🌌शबे क़द्र के वज़ाइफ़

( 1 ) अल्लाहुम्मा इन्नका अफुव्वुन तुहिब्बुल अफ़वा फ़अफु अन्नी बार बार पढ़ें

( 2 ) ला इलाहा इलल्लाह खूब कसरत से पढ़ें कि यह अफ़ज़ल ज़िक्र है

( 3 ) कम अज़ कम दस आयतों की तिलावत शबे क़द्र की निय्यत से करें

( 4 ) कुरआने मजीद की तिलावत में मसरूफ़ रहें कि तिलावते कुरआन बहुत ही अहम वज़ीफ़ा और अफ़ज़ल व बा बरकत ज़िक्र है

▪नेस्ट पोस्ट कंटिन्यू इन्शा अल्लाह

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