Salam Lyrics
Mere hussain tujhe salam
Assalam ya hussain assalam ya hussain
Kar liya nosh jis ne shahadat ka jaam
Us hussain ibne haider pe lakhon salam
Mere hussain tujhe salaam………
Jisne haq karbala me adaa kar diya
Apne nana ka wada wafa kar diya
Sab kuch ummat ki khaatir fida kar diya
Ghar ka ghar sab supurd e khuda kardiya
Us hussain ibne haider pe lakhon salaam
Mere hussain tujhe salaam………
Jiska jannat se joda mangaya gaya
Jisko doshe nabi par bithaya gaya
Jiske bhai ko zehar pilaya gaya
Jis ko teeron se chalni karaya gaya
Us hussain ibne haider pe lakhon salam
Mere hussain tujhe salaam………
Jisko dhoke se kufe bulaya gaya
Jisko ko baithe bithaye sataya gaya
Jis ke bachcho ko pyasa rulaya gaya
Jiski gardan pe khanjar chalaya gaya
Us hussain ibne haider pe lakhon salaam
Mere hussain tujhe salaam………
Kar chuka woh “Adib” apni hujjat tamam
Le ke allah aur apne nana ka naam
Kufiyon ko sunaye khuda ke kalaam
Aur fida hogaya jaan e khayrul anam
Us hussain ibne haider pe lakhon salam
Mere hussain tujhe salaam………
Ya husain ibne ali kehte hain ye sare ghulam Sab gulam aapko salam aapko salam
Teer laga nanhe asghar ko phool sa chahera murjaya
Dekh shaharbanu bache ko god mein leke farmaya
Hoze kausar ka pee lena jaam aapko salam
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Jabr ke aage sabr khada tha zulmo sitam ko rok kar
Jinko hua deedar khuda ka khanjar ki us nok par
Dekho shahidon ka hai ye maqam aap ko salam
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Jinki peshaani ka bosa pyare nabi farmate the
Bachpan mein jibreele ameen bhi jhula jhulane aate the
Wo hai nawasa-e-khairul anam aapko salam
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Aye husain ibne ali zahra ke dilbar assalam
Aye shaheed e karbala aye deen ke rahebar assalam
Karbala mein aapne haq ke liye hai jaan di
Aapka kaunain mein sani nahin ibne ali
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Zulm ke aage jhukaya aapne kab apna sar
Aap par nazaan na ho kyun sayyide khairul bashar
Aap hi ne deene haq ko takhliyat pahunchayi hai
Aapki qurbani aye ibne ali rang layi hai
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Hashr tak royegi yunhi badnasibi par furat
Aapka deedar jo karne na payi uski zaat Duniya luta ke deen ki daulat kharid li
Kauno makan se izzat o azmat kharid li
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Jate the raahe haq mein sadakat kharid li
Nana se deen baap se takat kharid li
Maa se hasan husain ne jannat kharid li
Ya husain ibne ali kehte hein ye…..
Ya hussain aapki judai mein
Gham ke maare salaam kehte he
Jange karbala ki dastan sunkar
Log sare salaam kehte hain
Ya hussain aapki judai mein ….
Cho taraph chha gaee udaasee he
Rooh e shabbir ki yaad aaye he
Aabe baara ko hukm kar ya rab
Be-shaare salaam kehte he
Ya hussain aapki judai mein ….
Kya kahe is judai ka aalam
Khinch kar hothon par aa gaya dam
Jitane chaahe aankhon se aansoo
Tumako pyaare salaam kahate he
Ya hussain aapki judai mein ….
Hashamee khoon kee yeh kurbaanee
Ham na hoolenge vo maherabanee
Tumko islam ke kamar haradam
Sab sitaare salaam kahate he
Ya hussain aapki judai mein ….
Karbala mein shaheed soye he
Yaad karke “ummati” roye he
Daastaan-e-husain kee sunakar
Log sare salaam kehte hain…
Ya hussain aapki judai mein ….
Ya hussain ibne ali kehte hain ye sare ghulam Sab gulam aapko salam aapko salam
Teer laga nanhe asghar ko phool sa chahera murjaya
Dekh shaharbanu bache ko god mein leke farmaya
Hoze kausar ka pee lena jaam aapko salam
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Jabr ke aage sabr khada tha zulmo sitam ko rok kar
Jinko hua deedar khuda ka khanjar ki us nok par
Dekho shahidon ka hai ye maqam aap ko salam
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Jinki peshaani ka bosa pyare nabi farmate the
Bachpan mein jibreele ameen bhi jhula jhulane aate the
Wo hai nawasa-e-khairul anam aapko salam
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Aye husain ibne ali zahra ke dilbar assalam
Aye shaheed e karbala aye deen ke rahebar assalam
Karbala mein aapne haq ke liye hai jaan di
Aapka kaunain mein sani nahin ibne ali
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Zulm ke aage jhukaya aapne kab apna sar
Aap par nazaan na ho kyun sayyide khairul bashar
Aap hi ne deene haq ko takhliyat pahunchayi hai
Aapki qurbani aye ibne ali rang layi hai
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Hashr tak royegi yunhi badnasibi par furat
Aapka deedar jo karne na payi uski zaat Duniya luta ke deen ki daulat kharid li
Kauno makan se izzat o azmat kharid li
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Jate the raahe haq mein sadakat kharid li
Nana se deen baap se takat kharid li
Maa se hasan husain ne jannat kharid li
Ya hussain ibne ali kehte hein ye…..
Salam in Hindi
या हुसैन आपकी जुदाई में ग़म के मारे सलाम कहते हे
जंगे कर्बल की दास्तां सुनकर लोग सारे सलाम कहते हैं
या हुसैन आपकी जुदाई में……..
चो तरफ छा गई उदासी हे रूहे शब्बीर की याद आई हे
आबे बारा को हुक्म कर या रब बे-शारे सलाम कहते हे
या हुसैन आपकी जुदाई में……..
क्या कहे इस जुदाई का आलम खिंच कर होठों पर आ गया दम
जितने चाहे आँखों से आँसू तुमको प्यारे सलाम कहते हे
या हुसैन आपकी जुदाई में……..
हाशमी खून की ये कुर्बानी हम ना भूलेंगे वो महेरबानी
तुमको इस्लाम के कमर हरदम सब सितारे सलाम कहते हे
या हुसैन आपकी जुदाई में……..
कर्बला में शहीद सोये हे याद करके “उम्मती” रोये हे
दास्तान-ए-हुसैन की सुनकर लोग सारे सलाम कहते हैं…
या हुसैन आपकी जुदाई में……..
islamic salaam lyrics
Salam Lyrics in Urdu
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
आपका तशरीफ लाना ,वक्त ‘भी कितना सुहाना
जगमगा उठा जमाना हूरें गाती थीं तराना
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
जान कर काफी सहारा ले लिया है दर तुम्हारा
खल्क के वारिस खुदार लो सलाम आका हमारा
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
पूरी या रब ये दुआ कर हम दरे मौला पे जाकर
पहले कुछ नाअतें सुनाकर यह पढ़ें सरको झुकाकर
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
बख्श दो मेरी खताएँ दूर हों गम की घटाएँ
भेज दो अपनी अताएऐँ वज्द में हम यूँ सुना ए
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
हश्र में तुम बख्श्वाना जब कहीं न हो ठिकाना
अपने दामव में छुपाना हर मुसीबत से बचाना
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
अस्सलाम ऐ जाने आलम अस्सलाम ईमाने आलम
‘शाहे दीं सुल्ताने आलम तुम से है सामाने आलम
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
रंज व् गम खाऐ हुऐ हैं दूर से आए हुएऐ हैं
तुम पे इतराए हुए हैं हाथ फऐलाएं हुऐ हैं
या नबबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
जानकर काफी सहारा ले लिया है दर तुम्हारा
खल्क के वारिस खुदारा लो सलाम आका हमारा
या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
शाफऐ महशर तुम्ही हो सांकिऐ कौषर तुम्ही हो
अरशे आज़म पर तुम्ही हो खल्क के रहबर तुम्ही हे
या नबी सलाम अलेका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका सलवा तुल्ला अलैका
मुस्तफा जाने रहमत पे लाखों सलाम
मुस्तफा जाने रहमत पे लाखों सलाम
शम्ए बज्मे हिदायत पे लाखों सलाम
शहरे यारे इरम ताजदारे हरम
नौ बहारे शफाअत पे लाखों सलाम
शबे असरा के दुल्हा पे दाइम दुरुद
नो शहे बज़्मे जलत पे लाखों सलाम
हम गरीबों के आका पे बे हद दुरुद
हम फकीरा की सरवत पे लाखों सलाम
जिस सुहानी घड़ी चमका तैबा का चांद
उस दिल अफरोज़ साअत पे लाखों सलाम
पहले सज्दे पे रोजे अजल से दुरुद
याद गारी ऐ उम्मत पे लाखों सलाम
जिस तरफ उठ गड़ दम में दम आ गया
उस निगाहे इनायत पे लाखों सलाम
जिस से तारीक दिल जगमगाने लगे
उस चमक वाली रंगत पे लाखों सलाम
पतली पतली गुले कुद्स की पत्तियां
उन लबों की नजाकत पे लाखों सलाम
वह ज़बां जिसको सब कुन की कुन्जी कहें
उसकी नाफिज़ हुकूमत पे लाखों सलाम
जिसकी तस्कीं पे रोते हुए हंस पढ़ें
उस तब॒स्सुम कि आदत पे लाखों सलाम
हाथ जिस सम्त् उठा गनी कर दिया
माँहे बहरे सखावत पे लाखों सलाम
जिसको बारे दो आलम की परवा नहीं
ऐसे बाजू की कुबव्वत पे लाखों सलाम
नूर के चश्मे लहराऐ दरिया बहें
उंगलियों की करामत पे लाखों सलाम
खाई कुरआं ने खाके गुजर की कसम
उस कफे पा की हुरमत पे लाखों सलाम
उनके मौला के उन पर करोड़ों दुरुद
उनके असहाब अो इतरत पे लाखों सलाम
करबला की जूमीं और इमामे हुसैन
उस शहीदे मोहब्बत पे लाखों सलाम
कितने बिख्रे हुए हैं मदीने के फूल
करबला तेरी किस्मत पे लाखों सलाम
गौसे आजूम इमा मुत्तुका वन्नुका
जलवाए शाने कुदरत पे लाखों सलाम
जिसकी गददन हुई मिंबरे औलिया
उस कदम की करामत पे लाखों सलाम
ख्वाजाए ख्वाजगा शाहे हिन्दोस्ताँ
मेरे ख़ाजा की अज़मत पे लाखों सलाम
हिन्द के बादशाह दीन के वो मोईन
ख़्वाजए दीनो मिल्लत पे लाखों सलाम
डाल दी कल्ब में अज॒मते मुस्तफा
सय्यैद आला हजरत पे लाखों सलाम
जिसने बदमजहबों के किले ढा दिऐ
हिम्मते आला हजरत पे लाखों सलाम
जिनकी हर हर अदा सुन्नते मुस्तफा
ऐसे पीरे तरीकत पे लाखों सलाम
मेरे उस्ताद माँ बाप भाई बहन
अहले वल्दों अशीरत पे लाखों सलाम
एक मेरा ही रहमत में दावा नहीं
शाह की सारी उम्मत पे लाखों सलाम
काश महशर में जब उनकी आमद हो और
भेजें सब उनकी शौकत पे लाखों सलाम
मुझ से ख़िदमत के कुदसी कहें हा रजा
मुस्तफा जाने रहमत पे लाखों सलाम
ऐ हबीबे अहमदे मुज्तबा लिरीक्स
ऐ हबीबे अहमदे मुज्तबा दिले मुब्तला का सलाम लो
जो वफा की राह में खो गया उसी गुमशुदा का सलाम लो
मैं तलब से बाज़ न आउँगा तु करम का हाथ बढ़ाए जा
जो तेरे करम से है आशना उसी आशना का सलाम लो
मेरी हाजरी हो मदीने में मिले लुत्फ मुझको भी जीने में
तेरा नूर हो मेरे सीने मे मेरी इस दुआ का सलाम लो
वो हुसैन जिसने बहा के खूँ चमने वफा को हरा किया
उसी जा निसार का वास्ता कि हर इक गदा का सलाम लो
कोई मर रहा है बहिश्त पर कोई चाहता है नजात को
मै तुझी को चाहूँ खुदा करे मेरी इस वफा का सलाम लो
तमाम औलिया के बलन्द सर हैं कदम पे जिनके झुके हुए
उसी प्यारे गौस का वासता हम बेकसों का सलाम लो
Salam lyrics in English
आका लेलो सलाम अब हमारा सलाम लिरीक्स
सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा
आका लेलो सलाम अब हमारा
गम से हैं टूटे हुए इसियां में डूबे हुए
करदो करम या नबी हैं हाथ फैले हुए
रोजे महशर उम्मती का आप ही सहारा
आका लेलो सलाम अब हमारा…
चांद के टुकड़े किए पेड़ों ने सज्दे किऐ
सूरज पलट कर आ गया ये मोजिज़े हैं आपके
सारी दुनिया पर है आका कुबजा तुम्हारा
आका लेलो सलाम अब हमारा…
नूरे ख़ुदा आप हैं शाहे हुदा आप हैं
ऐ सरवरे अंबिया बहरे सखा आप हैं
है ये अजमत रब ने तुम पर कूरआ उतारा
आका लेलो सलाम अब हमारा…
दिन रात रोती है ये उम्मत तुम्हारे लिए
हो जाए गजरे करम आका हमारे लिए
तैबा की गलियों का हमको हो अब नजारा
आका लेलो सलाम अब हमारा…
सबा तू मदीने जा के केहना खुदारा
आका लेलो सलाम अब हमारा….
चन्दा करे तुमका सलाम ऐ पयारे नबी
चन्दा करे तुमका सलाम ऐ पयारे नबी
तारे गगन लें तुम्हरा नाम ऐ प्यारे नबी
इक जाइ के लौटा एक टुकडा हुइगवा
शम्सो कमर तुम्हरे गुलाम ऐ प्यारे नबी
कौसर की जानिब हम नाहीं तकते
हमें दिहो गैनन के जाम ऐ प्यारे नबी
इतनी अरजु है रोजे के आगे
आव के हम हूं पढ़ते सलाम ऐ प्यारे नबी
रहमत का सावन बरसे तो हम पर
भिंज दिहे बिपता का घाम ऐ प्यारे नबी
एजाज ही की इक बात क्या है
दुनिया करे तुमको सलाम ऐ प्यारे नबी
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
मेरे श्फीए महशर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
दुनिया व आखिरत में सब मैं रहूँ सलामत
प्यारे पढ़ें न क्यूँ कर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
इस बेकसौं हर्जीं पर जो कुछ गुजर रही है
जाहिर है सब वो तुम पर रहबर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
कोई नहीं है मेरा मैं किसके पास जाऊ
सुलतान बन्दा परवर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
बुलवाके अपने दर पर अब हमको दीजे इज्जत
फिरते हैं ख्वार दर दर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
अपने गदा की लीजे अब तुम ख़बर खुदारा
कीजे करम हसन पर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
मेरे शफ़ीए महशर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
ऐ सबा मुस्तफा से केह देना गम के मारे सलाम कहते हैं
ऐ सबा मुस्तफा से केह देना गम के मारे सलाम कहते हैं
याद करते हैं तुमको शामो सहर दिल हमारे सलाम कहते हैं
अल्लाह अल्लाह हुजूर की बातें मरहबा रंग नूर की बातें
चांद जिनकी बलाएं लेता है और सितारे सलाम कहते हैं
अल्लाह अल्लाह हुजूर के गेसू भीनी भीनी महकती वह खुश्बू
जिससे मामूर है फज़ा हर सू वह नज़ारे सलाम कहते हैं
जब मुहम्मद का नाम आता है रहमतों का पयाम आता है लब हमारे दुरुद पढ़ते है दिल हमारे सलाम कहते हैं
जाइरे काबा तु मदीने में प्यारे आका से इतना कह देना आपकी गर्दे राह को आका बे सहारे सलाम कहते है
जिक्र था आखरी महीने का तज्किरा छिड़ गया मदीने का हाजियों मुस्तफा से कह देना गम के मारे सलाम कहते हैं
ऐ खुदा के हबीब प्यारे रसूल यह हमारा सलाम कीजिए कुबूल
आज महफिल में जितने हाजिर हैं मिलके सारे सलाम कहते है
ऐ शहंशाहे मदीना अस्सलातु वस्सलाम
ऐ शहंशाहे मदीना अस्सलातु वस्सलाम
जीनते अर्शे मुअल्ला अस्सलातु वस्सलाम
रब्बे हबली उम्मती कहते हुए पैदा हुए
हक ने फरमाया कि बखशा अस्सलातु वस्सलाम
रौशनी में आमिना ने जिनकी देखा मुलके शाम
वाह वाह कया चांद निकला अस्सलातु वस्सलाम
दस्त बस्ता हर फरिश्ते ने पढ़ा उन पर दुरुद
कयों न हो फिर विर्द अपना अस्सलातु वस्सस्लाम
सर झुका कर बा अदब इशके रसूले पाक में
केह रहा है हर फरिश्ता अस्सलातु वस्सलाम
ख़ुद खुदाए पाक भी हुब्बे हबीबे पाक में
केह रहा है ये अजल से अस्सलातु वस्स्लाम
मैं वो सुन्नी हूं जमीले कादरी मरने के बाद
मेरा लाशा भी कहेगा अस्सलातु वस्सलाम
काबे के बदरुददुजा तुम-पे करोड़ों दुरुद
काबे के बदरुददुजा तुम-पे करोड़ों दुरुद
तैबा के शमसुददुहा तुम पे करोड़ों दुरुद
शाफिए रोजे जजा तुम पे करोड़ों दुरुद
दाफिए जुमला बला तुम पे करोड़ों दुरुद
और कोई गैब क्या, तुम से नीहाँ हो भला
जब न ख़ुदा ही छिपा तुम पे करोड़ों दुरुद
दिल करो ठन्डा मेर वो कफे पा चाँद सा
सीने पे रख दो जरा तुम पे करोड़ों दुरुद
जात हुई इन्तिख़ाब, वस्फ् हुए ला जावाब
नाम हुआ मुस्तफा तुम पे करोड़ों दुरुद
तुम हो हाफिजो मुगीस, क्या है वह दुश्म॒न खबीस
तुम हो तो फिर खोफ क्या तुम पे करोड़ों दुरुद
तुम से खुला बाबे जूद, तुमसे है सबका वुजूद
तुम से है सबकी बका, तुम पे करोड़ों दुरुद
गरचे है बेहद कुसूर, तुम हो अफुव्वो गफूर
बख्श दो जुर्मो खता तुम पे करोड़ों दुरुद
खल्क के हाकिम हो तुम, रिज़्क के कासिम हो तुम
तुम से मिला जो मिला, तुम पे करोड़ों दुरुद
करके तुम्हारे गुनाह मांगे तुम्हारी पनाह
तुम कहो दामन में आ तुम पे करोड़ों दुरुद
काम वो ले लीजिऐ तुम को जो राजी करे’
ठिक हो नामे रजा तुम पे करोड़ों दुरुद
खौैरुल बशर पर लाखों सलाम
खौैरुल बशर पर लाखों सलाम
लाखों दुरुद और लाखों सलाम
जिननो मलाइक तेरे गुलाम सबसे सिवा है तेरा मकाम
यासीनो ताहा तेरे ही नाम खैरुल बशर पर लाखों सलाम
लाखो दुरुद और लाखों सलाम
खैरुल बशर पर लाखों सलाम
आला से आला तेरा मकाम सब अंबिया का तू है इमाम
कुल औलिया हैं तेरे गुलाम खैरुल बशर पर लाखों सलाम
लाखों दुरूुद और लाखों सलाम
खीरुल बशर पर लाखों सलाम
अर्शे बरीं तक चर्चा तेरा शमसो कमर हैं सदका तेरा
ये माहे कामिल हस्ने तमाम खैरुल बशर पर लाखो सलाम
लाखो दुरुद और लाखो सलाम
खैरुल बशर पर लाखों सलाम
सबको मयस्सर हो ये मकाम पहुँचें मदीने बनकर गुलाम
पढ़ते दुरूद और पढ़ते सलाम खैरुल बशर पर लाखों सलाम
लाखों दुरूद और लाखो सलाम
खैरुल बशर पर लाखों सलाम
इतना करम तो फरमाइएे रौजे पे सबको बुलवाइए
हाजिर यहाँ है जितने गुलाम खैैरुल बशर पर लाखों सलाम
लाखों दुरूद और लाखों सलाम
खैरुल बशर पर लाखों सलाम
तेरी सना है मेरा नसीब कुरबान तुझ पर जाने अदीब
तुझ पर तसददुकु आलम तमाम खैरुल बशर पर लाखो सलाम
लाखो दुरुद और लाखों सलाम
खैरुल बशर पर लाखो सलाम
आओ आओ नबी जी खुदारा
आओ आओ नबी जी खुदारा
ले लो ले लो सलाम अब हमारा
आओ आओ दो आलम के आका
आओ शब्बीरो शब्बर के नाना
गमजदों ने है तुमको पुकारा
ले लो ले लो सलाम अब हमारा
है परेशान उम्मत तुम्हारी
कर रही है बहुत आहो जारी
दुखड़ा उम्मत् का सुनलो खुदारा
ले लो ले लो सलाम अब हमारा
बेहर इसियां में है ये सफीना
पार कर दो या शाहे मदीना
मौजे तुफां बनादो कनारा
ले लो ले लो सलाम अब हमारा
कह कशां से गुजर जाने वाले
जाके अल्लाह से मिलने वाले
इतनी तकलीफ कर लो गवारा
लेलो लेलो सलाम अब हमारा
सदका सिद्दीके अकबर का सरवर
सदका फारुको उस्मानों हैदर
सदका हस्नैन का दो ख़ुदारा
लेलो लेलो सलाम अब हमारा
शाकिरुल कादिरी दिन वोह आएं
मिल के हम सब मदीने को जाएँ
हमको तैबा बुलाओ ख़ुदारा
लेलो लेलो सलाम अब हमारा
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
तड़पते हैं तेरे गुलाम उनसे कहना
हो जब सामने सब्ज गुंबद तुम्हारे
निगाहे अकीदत से दामन पसारे है
हाजिर तुम्हारा गुलाम उनसे कहना
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
बड़ी चाहतों से है इस दर को पाया
पड़ा ही रहूं दर न छूटे तम्हारा’
न जाऊंगा अब तिश्ना काम उनसे कहता
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
‘फिर अब तलक दर बदर बे सहारे
किसे जाएं हम अपनी दिल की सुनाने
तुम्हीं तो बनाते हो काम उनसे कहना
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
इसी आरजू में गुजरते रहे दिन
कि पहुंचें दयारे नबी हम भी लेकिन
नहीं है कोई इन्तिजाम उनसे कहना
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
दिखा दो अनस को वो दिलकश नजारे
तरस्ते हैं जिसको मुसलमान सारे
यह बांतें बराइ एहतीराम उनसे कहना
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
मदीने के जाइर सलाम उनसे कहना
तड़पते हैं तेरे गुलाम उनसे कहना
मेरे अल्लाह के निगार सलाम
मेरे अल्लाह के निगार सलाम
दस्ते कुदरत को निगार सलाम
दोनों आलम के ताजदार सलाम
जाने हर जानों जानदार सलाम
खाके तैया बने मेरी हस्ती
अर्ज करता है ख़ाकसार सलाम
फिर मदीने में कब बलाओ गे
तुम से कहता है इन्तिज़ार सलाम
खुल्द कहती है यूं मदीने से
तुझपे ऐ खुल्द की बहार सलाम
देदे उल्फत में दे मजा ऐसा
दिल न पाए कभी करार सलाम
अपनी उल्फत का एसा जाम पिला
जिसका बढ़ना रहे ख़ुमार सलाम
तेरी खातिर जलील होना है
तेरी इज्जत मेरे वकार सलाम
अपने अख्तर का लो सलाम शहा
तुम पे ऐ जान ऐ करार सलाम
सलाम ऐ आमिना के लाल ऐ महबूबे सुबहानी
सलाम ऐ आमिना के लाल ऐ महबूबे सुबहानी
सलाम ऐ फखरे मौजूदात फखरे नौए इन्सानी
सलाम ऐ जिल्ले सुब्हानी सलाम ऐ नूरे यजदानी
तेरा नक्शे कदम है ज़िन्दगी की लौहे पेशानी
तेरे आने से रौनक आ गई गुलज़ारे हस्ती में
शरीके हाल किस्मत हो गया फिर फज़ले रब्बानी
के तेरी सूरत तेरी सीरत तेरा नक्शा तेरा जलवा
तबस्सुम गुफतगू बन्दा नवाज़ी खंदा पेशानी
जमी का गोशा गोशा नूर से मामूर हो जाए
तेरे परतों से मिल जाए हर इक जर्रह को ताबानी
हफीजे बेनवा भी है गदाए कूचए अहमद
अकीदत से जबीं तेरी मुरव्वत से है नूरानी
तेरा दर हो मेरा सर हो मेरा दिल हो तेरा घर हो
तमन्ना मुख्तसर सी है मगर तमहीद तूलानी
सलाम ऐ आतिशे जंजीरे बातिल तोड़ने वाले
सलाम ऐ खाक के टूटे हुए दिल जोड़ने वाले
सल्ले अला सयियदिना खैरुल अनाम
सल्ले अला सयियदिना खैरुल अनाम
मेरे नबी पर हो लाखों सलाम
लुत्फो करम की आस लगी है
घुप है गम की प्यास लगी है
बहरे खुदा अब हो अता कौसर का जाम
मेरे नबी पर हो लाखों सलाम.
दिल को बना दो अर्शे मुअल्ला
चमके हर इक सू नूरे तजल्ला
आ के शहा दिल में मेरे कर लो कयाम
मेरे नबी पर हो लाखो सलाम
शब्बीरों शब्बर का सदका अता हो
जहरा की चादर का सदका अता हो
आखिरी दम लेते हों हम तेरा ही नाम
मेरे नबी पर हो लाखों सलाम
एजाजे गमगीं की बिगड़ी बना दो
हर अहले महफिल की किस्मत जगा दो
एक नजर गर हो इघर बन जाए काम
मेरे नबी पर हो लाखों सलाम
सल्ले अला सस्यिदिना खूरुल अनाम
मेरे नदी पर हो लाखों सलाम
Sultan e karbala ko hamara salaam ho
Jaanaan-e-mustafa ko hamaara salaam ho
Sultan e karbala ko hamara salaam…..
Abbas naamadaar hain zakhmon se choor choor
Us paikar-e-riza ko hamara salaam ho
Sultan e karbala ko hamara salaam…..
Akabar se naujavaan bhee ran mein hue shaheed
Ham shakl e mustafa ko hamara salaam ho
Sultan e karbala ko hamara salaam…..
Bhaee, bhatije, bhaanje sab ho gae nisaar
Har laal e be-baha ko hamara salam ho
Sultan e karbala ko hamara salaam…..
Asagar ki nanhi jaan pe lakhon darood hon
Mazaloom-o-be-khata ko hamaara salaam ho
Sultan e karbala ko hamara salaam…..
Ho kar shaheed qaum kee kashtee tira gae
Ummat ke na-khuda ko hamara salaam ho
Sultan e karbala ko hamara salaam…..
Naasir vila-e-shaah mein kahata hai baar-baar
Sultan e karbala ko hamara salaam ho
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम हो
Salam Lyrics in Hindi
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम हो
जानान-ए-मुस्त़फ़ा को हमारा सलाम हो
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम…
अब्बास नामदार हैं ज़ख्मों से चूर चूर
उस पैकर-ए-रिज़ा को हमारा सलाम हो
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम…
अकबर से नौजवान भी रन में हुए शहीद
हम शक्ल ए मुस्तफ़ा को हमारा सलाम हो
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम…
भाई, भतीजे, भांजे सब हो गए निसार
हर लाल ए बे-बहा को हमारा सलाम हो
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम…
असग़र की नन्ही जान पे लाखों दरूद हों
मज़लूम-ओ-बे-ख़ता को हमारा सलाम हो
सुल्तान ए कर्बला को हमारा सलाम…
शहंशाहे अ।ला सलामुन अलैकुम
दो आलम के आका सलामुन अलैकुम
तजल्लीए मक्का सलामुन अलैकुम
बहरे मदीना सलामुन अलैकुम
तवल्लुद हुए जिस घड़ी मेरे आका
तो काबा पुकार सलामुन अलैकुम
हर इक गुल की टहनी से आवाज़ आई
नबी आ रहे हैं सलामुन अलैकुम
बने औलिया अंबिया सब बराती
दो आलम के दूल्हा सलामुन अलैकुम
गए अर्श पे जिस घड़ी मेरे आका
ख़ुदा खुद पुकारा सलामुन अलैकुम
ताजदारे हरम ऐ शहंशाहे दीं
ताजदारे हरम ऐ शहंशाहे दीं
तुम पर हर दम करोड़ों दुरुदो सलाम
हो निगाहे करम मुझ पे सुल्ताने दीं
तुम पर हर दम करोड़ों दुरुदो सलाम
दोनों आलम में कोई भी तुम सा नहीं
सब हसीनों से बढ़कर तुम्हीं हो हसीं
कासिमे रिज़्के रब्बुल उला हो तुम्हीं
तुम पर हर दम करोड़ों दुरुदो सलाम
इश्क से तेरे मामूर सीना रहे
लब पे हरदम मदीना मदीना रहे
बस मैं दीवाना बन जाऊं सुल्ताने दीं
तुम पर हर दम करोड़ों दुरुदो सलाम
कोई हुस्ने अमल पास मेरे नहीं
फंस ना जाऊं कयामत में मौला कहीं
ऐ शफीउल उमम लाज रखना तुम्हीं
तुम पर हर दम करोड़ो दुरुदो सलाम
फिर बुलालो मदिने मे अत्तार को
ये तडपता हेतैबा के दिदार को
कोइ इस्के सिवा आरजू नही
तुम पर हर दम करोड़ो दुरुदो सलाम
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Salam Lyrics – Best Salato Salam Lyrics

A ————–
Aale Ahmed Ki Azmat Pe Laakhon Salaam
Aap Par Lakhon Darood Aur Aap Par Lakhon Salaam
Ay Deen E Haq Ke Rehbar Tum Par Salaam Har Dam
Ay Habeeb E Ahmed E Mujtaba Dil E Mubtala Ka Salam Lo
Aye Bayaban E Arab Teri Baharon Ko Salaam
Aye Nabi E Ins O Jaan Aap Par Laakhon Salaam
Aye Shaahe Deen Ke Naaib E Zeeshaan Salaam Lo
Aye Shafi E Umam Tum Pe Behad Salaam
Aye Shahenshah-e-madina Assalaato Wassalaam
B ————–
Badhe Shabbir Jab Ran Mein To Rehmat Ka Salaam Aaya
Bulalo Sarkar Tum Apne Dar Par
C ————–
Chaman Ke Mast Nazaare Salaam Kehte Hain
Chanda Kare Tum Ka Salaam Aye Pyare Nabi
D ————–
Dil Se Hazar Bar Madina Tujhe Salaam
F ————–
Fakhre Isaa Naaze Aadam Assalato Wassalaam
G ————–
Gause Aazam Ki Azmat Pe Laakhon Salaam
Gause Aazam Lo Mureedon Ka Salaam
H ————–
Ho Imamul Ambiya Par Dam Ba Dam Laakhon Salaam
Hussain Tum Ko Zamana Salaam Kehta Hai
K ————–
Kaabe Ke Badrudduja Tum Pe Karodon Durood
Kaabe Key Badrud Duja Tum Pe Karoron Durood
Karbala Ke Jaan Nisaaron Ko Salaam
Khairul Bashar Par Lakho Salam
Khuda Ke Dulare Salaamun Alaikum
Khwaja E Khwajgaan Tum Pe Laakhon Salaam
M ————–
Madine Ke Zair Salaam Unse Kehna
Mehboobe Kibriya Se Mera Salaam Kehna
Mustafa Jaan E Rehmat (Short Version)
Mustafa Jaane Rehmat Tazmeen (Dard E Dil Naam Lene Se Hota Hai Kam)
Mustafa Jaane Rehmat Tazmeen (Mazhare Sirre Wahdat Pe Laakhon Salaam)
Mustafa Jaane Rehmat Tazmeen (Saahibe Taaje Izzat Pe Laakhon Salaam)
Mustafa Jane Rehmat Pe Lakhon Salam
Mustafa Shaan E Qudrat Pe Laakhon Salaam
R ————–
Ramzan Assalaam Aye Ramzan Assalaam
Rasool E Anwar Salaam Lelo Khuda Ke Dilbar Salaam Lelo
S ————–
Saba Madine Me Mustafa Se Hum Bekason Ka Salam Kehna
Salaam Us Par Ke Jisne Bekason Ki Dastagiri Ki
Sayyadi Gause Aazam Salaamun Alaik
Shafaye Roze Mehshar Pe Lakhon Salaam
Shamsuz Zuha Par Laakhon Salaam
Sultan E Karbala Ko Hamara Salam Ho
T ————–
Tajdar E Haram Ae Shahenshah E Deen
Y ————–
Ya Habeeb E Ahmed E Mujtaba Dil E Mubtala Ka Salam Lo
Ya Nabi Khairul Anaam Ligiye Mera Salaam
Ya Nabi Salaam Alaika (Aap Hai Mehboob E Aalam)
Ya Nabi Salaam Alaika (Banda E Bedaam Hoon Mai)
Ya Nabi Salaam Alaika (Hashr Mein Sab Ek Kinare)
Ya Nabi Salaam Alaika (Jaakani Ke Waqt Aana)
Ya Nabi Salaam Alaika (Mustafa Khairul Wara Ho)
Ya Nabi Salaam Alaika (Tala Al Badru Alaina)
Ya Nabi Salaam Alaika(arabic Maher Zain)
Ya Nabi Salaam Alaika(urdu And Arabic Mix)
Ya Nabi Salaamun Alaika (Apne Girte Ko Sambhalo)
Ya Rasoolallah Tere Dar Ki Fizaon Ko Salaam
Ya Shafee Al Wara Salaamun Alaik
Salato Salam Lyrics
Ya Nabi Salam Alaika Ya Rasool Salam Alaika
Ya Nabi Salam Alayka (International Version) – Maher Zain
Mustafa Jane Rehmat Pe Lakhon Salam
Shahe Madina Shahe Do Aalam Aye Nabiyon Ke Imaam Nabi Lelo Hamara Salam
Khairul Bashar par Lakho Salam Lakho Darood aur Lakho Salam
Aye Shahenshah e Madina Assalat-o-Wassalam
Madine Wale Se Mera Salam Kehna
Meetha Meetha Hai Mere Muhammad Ka Naam
Shah e Arsh e Aala Salamun Alaikum
Tajdar E Haram Ae Shehenshah E Deen Tum Pe Har Dam Karoron Durood O Salam
Ya Habibi Marhaba Jaddal Hussaini Marhaba