dil na umeed to nahi lyrics

dil na umeed to nahi lyrics

 

 

Dil na umeed to nahi, nakaam hi to hai

دل ناامید تو نہیں ناکام ہی تو ہے
لمبی ہے غم کی شام مگر شام ہی تو ہے
– فیض احمد فیض

Dil na umeed to nahi, nakaam hi to hai
lambi hai gham ki shaam magar shaam hi to hai
– Faiz Ahmed Faiz

दिल ना उम्मीद तो नहीं नाकाम ही तो है
लंबी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है
– फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

 

और क्या देखने को बाक़ी है

आप से दिल लगा के देख लिया

तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं

किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं

नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तुजू ही सही

नहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही

वो बात सारे फ़साने में जिस का ज़िक्र न था

वो बात उन को बहुत ना-गवार गुज़री है

आए तो यूँ कि जैसे हमेशा थे मेहरबान
भूले तो यूँ कि गोया कभी आश्ना न थे

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