tera charcha kare zuban meri lyrics

tera charcha kare zuban meri lyrics

 

 

निरंकारी गीत तेरा चर्चा लिरिक्स हिन्दी में
यूँ बंद जुवां से होती इवादत देखी है
तेरे मुरीदों की क्या खूब आदत देखी है
बंद जुवां से होती इवादत देखी है
तेरे मुरीदों की क्या खूब आदत देखी है
अक्ल-ओ-इल्म से रब्बी इश्क नहीं मिलता
दीदार-ए-खुदा से मिलती राहत देखी है
अक्ल-ओ-इल्म से रब्बी इश्क नहीं मिलता
दीदार-ए-खुदा से मिलती राहत देखी है
तेरा चर्चा तेरा चर्चा तेरा चर्चा
साहिब तेरा चर्चा, तेरा चर्चा, साहिब तेरा चर्चा , तेरा चर्चा
ज़मीन से लेकर आसमां तक क्या
तेरा चर्चा……
इधर उधर मैं जहां भी जाऊं
तेरा चर्चा तेरा चर्चा तेरा चर्चा तेरा चर्चा
साहिब तेरा चर्चा, तेरा चर्चा….
तेरा चर्चा, साहिब तेरा चर्चा—-6

तेरा चर्चा , करे जुबां मेरी—-4
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी—-2

गुण सभी के जहाँ इकट्ठे हों
गुण सभी के जहाँ इकट्ठे हों—4
ये नजर जाए बस वहां मेरी
ये नजर जाए बस वहां मेरी—2
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी—-2

फूल तेरा हूँ तेरे काम आऊं
फूल तेरा हूँ तेरे काम आऊं—–4
यही अरदास वागवां मेरी
यही अरदास वागवां मेरी—-2
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी—-2

कोई अपना ना बन सका मेरा
कोई अपना ना बन सका मेरा—–4
तू पिता है तू ही है माँ मेरी
तू पिता है तू ही है माँ मेरी——2
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी—-2

है विवेक तेरा आसरा वरना
है विवेक तेरा आसरा वरना—–4
कौन सुनता तेरे बिना मेरी
कौन सुनता तेरे बिना मेरी——2
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी
इतनी औकात है कहां मेरी, कहां मेरी—-2

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